Wednesday, January 13, 2016

मकर संक्रांती (Makar Sankranti) - पतंगकी मजा के लीऐ कीसी पक्षी को सजा न दे ।

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पहेले तो InfoGuru24 के सभी Visitors को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामना : आज हम बात करेंगे मकर संक्रांती के त्योहार के बारे में । भारत देश त्योहारो का देश है और पूरे भारत में कइ तरह के अलग अलग त्योहार मनाये जाते है । मकर संक्रांती का पवित्र त्योहार अंग्रेजी साल का पहेला त्योहार है जो हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है । भारत के विविध राज्योमे ये त्योहार अलग अलग नामो से मनाया जाता है जैसे पंजाब और हरीयाना मे ये त्योहार लोहड़ी के नामसे, आसाममे ये त्योहार बीहू के नामसे और दक्षिण भारतमे ये त्योहार पोंगल के नामसे जाना जाता है । हमारे यहा त्योहार हो और मिठाई ना बने ऐसा तो हो नही शकता । हर त्योहार पर कुछ ना कुछ मीठा बनानेकी परंपरा हमारे देशमे है । मकर संक्रांती के त्योहार परभी लोग गुड और तील के लड्डु और तील, शींग और दलीया से बनी चीक्की बनाते है। इस पवित्र त्योहार पर पतंग उडानेकी परंपरा भी है । मकर संक्रांती के दिन सभी बच्चे, बडे और बुजुर्ग बडे उत्साह से पतंगबाजी का मजा लेते है । अब तो बडे बडे शहेरो के अलावा छोटें गावमे भी पतंगबाजी की प्रतियोगीता होने लगी है और लोग पुरे उत्साह से इसमे भाग लेते है ।
मकर संक्रांती के दिन आसमानमे उडती पतंग देखकर हमे बहुंत आनंद और खुशी मिलती है । आसमानमें उडती पतंग देखकर ऐसा लगता है मानो वो एक पतंग नही बल्के खुले आसमानमें उड रहा कोइ पक्षी हो जो अपने स्वतंत्र होनेकी खुशी व्यक्त कर रहा हौ ।

पतंगकी मजा लेने के लीऐ कीसी पक्षी को सजा न दे :

मकर संक्रांती के दीन पतंगबाजी करके हमे आनंद और खुशी तो मीलती है पर क्या हम जानते है के हमारी पल दो पल की खुशी कइ पक्षी की मौत का कारन बन शकती है । पतंग उडाने के लीऐ कांचसे बने मांजेसे तैयार की गई डोर, प्लास्टीक की डोर और आजकाल बाजारमे मील रही चाइनीज डोर से कइ निर्दोष पक्षी अत्यंत गंभीररुप से घायल होते है और कइ बार ऐसी डोर कइ पक्षी की मौत का कारन भी बन सकती है ।

मकर संक्रांती के इस पवित्र त्योहार पर मेरी आपसे बिनती है की हो शके तो ज्यादा मांजेवाली डोरका उपयोग न करे और चाइनीज डोर का तो बीलकुल उपयोगना करे जीससे इन पक्षीओकी जानको खतरा हौ और हो शके तो सुबह 6 से 9 और शामको 4 से 6 के बीच पतंग ना उडाये क्योकी इस समय ज्यादा से ज्याद पक्षी आसमानमे उड रहे होते है । पतंगकी मजा लेने के लीऐ कीसी पक्षी को सजा न दे । मकर संक्रांतीके दिन कीसीभी जगहपे आपको ऐसे घायल पक्षी दीखे तो आप तुरंतही नजदीक के बर्ड कंन्ट्रोल रुम पे संपर्क करे । सीटीवाइझ बर्ड कंन्ट्रोल रुम के नंबर नीचे दीए गये है ।

मकर संक्रांती बर्ड कंन्ट्रोल रुम (सीटी वाइझ) :

  • एनीमल हेल्पलाइन, राजकोट - 98980 19059 / 98984 99954
  • जीवदया चेरीटेबल ट्रस्ट, सुरेन्द्रनगर - 99792 71000
  • श्री जीवदया चेरीटेबल ट्रस्ट, जूनागढ - 97266 22108
  • एनीमल हेल्पलाइन, जामनगर - 92275 55108
  • एनीमल हेल्पलाइन, भावनगर - 91571 09109
  • प्रकृती युथ सोसायटी, पोरबंदर - 82641 01253
  • बर्ड हेल्पलाइन, द्वारका - 94264 32208
  • सुरजकराडी, मिठापुर - 99042 79898
  • कमान्डो बर्ड हेल्पलाइन, अमरेली - 94277 35202
  • एनीमल हेल्पलाइन, वाकांनेर - 96624 93108
  • श्री महुआ पांजरापोल, महुआ - 91571 08108
  • एनीमल हेल्पलाइन, चोटीला - 99091 98881
  • सेवा चेरीटेबल ट्रस्ट, थान - 95585 88108
  • विश्र्व हिन्दु परिषद-बजरंग दल, दियोदर - 87359 65800
  • बर्ड हेल्पलाइन, हळवद - 97255 79569
  • बर्ड हेल्पलाइन, मुळी - 90163 33303
  • एराइज ग्रुप हेल्पलाइन, ध्रांग्रधा - 99254 62562
  • करुणा, सुरत - 0261 3131901
  • श्री अजीत सेवा ट्रस्ट, वापी - 81416 18724
  • एनीमल केर चेरीटेबल ट्रस्ट, अमदावाद - 97270 53682
  • एनीमल हेल्पलाइन, केशोद - 77779 89222
  • भगवान महावीर करुणा मंडळ, नवसारी - 94081 89697
  • एनीमल हेल्पलाइन, महेसाणा - 81281 04104

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